अपने कैरियर को लेकर सभी के कोई न कोई लक्ष्य होते हैं। जिन्हें पाने के लिए कड़े प्रयशो को आवयश्कता होती हैं। एक समय था, जब सरकारी नौकरी को ज्यादा महत्व नही दिया जाता था, ओर लोगों को अपने ही निजी कारोबार में रुचि रहती थी। परंतु जैसे जैसे जनसंख्या का विस्तारण होता गया उसे देखते हुए लोगो मे सरकारी नौकरियों की ओर रुचि बढ़ती गयी। जिसका परिणाम आज यह हुआ कि हर एक विद्यार्थी इंटरमीडिएट पास करने के बाद सरकारी नौकरी की तैयारी में लग जाता हैं।

जी हाँ, सरकारी नौकरी की जो महत्ता हैं उसको नज़रअंदाज़ नही किया जा सकता फिर चाहे वो पुलिस प्रशासन की हो या बैंक अफसर की। आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि किस तरीके से बैंक में मैनेजर पद के लिए नियुक्त हो सकते हैं। पूरी जानकारी के लिए अंत तक जुड़े रहिए हमारी इस पोस्ट में, तो चलिए शरू करते हैं।
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Bank मैनेजर कौन होता हैं?
बैंक मैनेजर किसी भी बैंक शाखा का वो मुख्य अधिकारी होता हैं, जिसकी देख रेख में बाकी के कर्मचारी कार्य करते हैं। यह नही बल्कि मैनेजर का पद सबसे उच्च पदों में आता हैं। सामान्य तौर पर जब हम बैंक शाखा में विजिट या किसी व्यक्तिगत लेनदेन के लिए जाते हैं। तो हम देखते हैं, कि मैनेजर का केबिन बिल्कुल अलग होता हैं। जबकि अन्य कर्मचारी समान कतार में बैठे कार्य करते हैं। इसके अलावा किसी भी लोन, योजना से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी के लिए भी मैनेजर की सलाह लेनी अनिवार्य होती हैं। पोस्ट में आगे बढ़ने से पहले आपको बता देते हैं कि बैंक मैनेजर बनने के लिए किन किन योग्यता का होना जरूरी हैं।
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बैंक मैनेजर कैसे बनें- क्या योग्यता होनी जरूरी हैं
बैंक मैनेजर बनने के लिए काफी पैमानों पर खरा उतरना होता हैं। और इसके लिए सरकार द्वारा लिखित परीक्षा आयोजित की जाती हैं साथ ही साथ मौखिक परीक्षा भी। काफी लोगो के मन मे यह प्रश्न रहता हैं कि प्राइवेट बैंक व सरकारी बैंक में मैनेजर पद के लिए अलग अलग परिकिर्या होती हैं। जबकि सत्य यह हैं, कि परीक्षा देने दोनों में अनिवार्य होता हैं बैंक मैनेजर के पद के लिए क्या क्या योग्यता होनी चाहिए इसके मद्देनजर नीचे कुछ प्रमुख बिंदु दिए गए हैं जो इस प्रकार से हैं?
- सबसे पहले आवेदक का भारतीय नागरिक होना अनिवार्य हैं।
- आवेदक की आयु सीमा वर्ष 18 से लेकर 30 के मध्य होनी चाहिए निजी दसवेज़ों के अनुसार।
- आवेदक का ग्रेजुएट होना अनिवार्य हैं, चाहे व किसी भी विषय या स्ट्रीम से हो।
- आवेदक की कम्युनिकेशन स्किल बेहतर होनी चाहिए।
- आवेदक को कंप्यूटर का ज्ञान भी अच्छे से होना चाहिए।
प्रत्येक वर्ष बैंक मैनेजर के पदों की रिक्तियों को पूरा करने के लिए सरकार द्वारा परीक्षा आयोजित की जाती हैं, जिसमे IBPS व PO का एग्जाम देना होता हैं। जो आवेदक 12वी के तुरंत बाद तयारी में जुट जाते हैं, उनके लिए इन परीक्षाओं में कामयाबी पाना काफी आसान हो जाता हैं। यही नही बल्कि private सेक्टर के बड़े बैंक जैसे HDFC व Axis बैंको में कर्मचारी के तौर पर अनुभव प्राप्त किये आवेदक को मैनेजर बनने में सहूलियत मिल जाती हैं।
बैंक मैनेजर की सैलरी क्या होती हैं?
बैंक मैनेजर पद का वेतनमान उसके ग्रडेपय पर निर्भर करता हैं। वही प्राइवेट बैंक के मैनेजर का वेतन सरकारी बैंक के मैनेजर से भिन्न होता हैं। किसी भी सरकारी बैंक में शरुआती दौर में नियुक्त हुए एक PO का वेतन या जिसे बेसिक ग्रडेपय कहाँ जा सकता हैं। वो 23,600₹ के आसपास होता हैं। जबकि बाद में मैनेजर पद पर नियुक्त होने के बाद यह बढ़कर 86,000₹ के लगभग हो जाता हैं। बैंको की श्रेणी के अनुसार मैनेजर व अन्य प्रमुख कर्मचारियों का वेतन तय होता हैं।
अगर बात करे SBI व PNB की तो ये दोनों बैंक भारत के सबसे बेहतर बैंको की सूची में अंकित हैं। जिनमे मैनेजर पद पर वेतन अन्य बैंको की तुलना में कही ज्यादा अधिक हैं। ऐसे ही सामान्य रूप से प्राइवेट सेक्टर में होता हैं। जो बैंक सबसे ऊपर कार्यरत हैं या जिनकी रैंक उच्च हैं उनमें मैनेजर पद पर कार्य करना अपने आप मे एक बड़ी सफलता की बात हैं।
तो आशा करते हैं आज की इस पोस्ट में माध्यम से आपको बैंक मैनेजर कैसे बने व बैंक मैनेजर बनने के लिए क्या क्या योग्यता होनी अनिवार्य हैं, इन सभी विषयों का पूर्ण ज्ञान हो चुका होगा। अगर आप भी किसी कम्पटीशन की तैयारी कर रहे हैं, तो बैंक में नौकरी पाने का सपना रखते हैं। तो इसके लिए आपको आज की इस पोस्ट से प्रेरणा मिलेगी। ऐसी ही महत्वपूर्ण पोस्टो को पढ़ने के लिए दिए गए लिंक्स पर क्लिक करके अधिक जानकारी ले सकते हैं।