Bharat ka name india kaise pada – इंडिया के नाम का इतिहाश

आज आप जिस देश में रह रहे हैं इसका अपना एक बड़ा ही सुनहरा इतिहास है भारत में विभिन्न प्रकार के राजा आए और हर राजा का अलग पराक्रम था एक से बढ़कर एक किस्से और कहानियां इस देश में मशहूर हैं। अगर इतिहास के पन्ने पलट कर देखें तो हमें पता चलेगा कि भारत काफी पराक्रमी देश था और ना केवल यहां के लोगों के पराक्रम बल्कि यहां के ज्ञान और विचार की पूरी दुनिया दीवानी थी। आज हम आपको भारत का एक ऐसा ही सुनहरा इतिहास और Bharat ka name india kaise pada बताने जा रहे है जिसके वजह से भारत का नाम इंडिया पड़ा। 

Bharat ka name india kaise pada

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आपको बता दें कि भारत का नाम पहले इंडिया नहीं था यह अंग्रेजों के आने के बाद बना इससे पहले हमारे देश को हिंदुस्तान में इंद्रप्रस्थ और ना जाने नामों से जाना जाता था। 

ऐसे बहुत सारे नाम है जो अनेक लेखकों ने अपने उपन्यास और किताबों में जिक्र किया। इस देश के शुरुआती दौर में जापान और मलेशिया से आए लोगों ने इस देश को जिस रूप से देखा अपने किताब में इस देश का उसी नाम से जिक्र किया। मगर हम हर नाम की बात नहीं करेंगे केवल एक नाम की बात करें तो हमारे देश का सबसे पुराना नाम भारत है। 

कहते हैं कि किसी जमाने में राजा भरत नाम के एक बड़े पराक्रमी राजा हुआ करते थे जिन्होंने इस देश का विस्तार किया और एक बहुत बड़े इलाके को भारत का नाम दिया। उस वक्त से यह जगह भारत के नाम से जाना जाने लगा, अब राजा भरत के वक्त कितना बड़ा था भारत ने इस बात की पुष्टि इतिहासकारों द्वारा ना की जा सकी। 

मगर तुर्की और यूनानी लोग जब 11 वीं सदी के आसपास भारत में आना शुरू किया तो उनका पहला काम बस एक नए जगह पर जाकर उस नई जगह को देखना था। इस सफर में जब वे लोग भारत की सरजमीं पर पहली बार कदम रखे हुए सिंधु नदी के रास्ते आए थे जिस वजह से उन्होंने सिंधु नदी के किनारे बसे हुए लोगों को सिंधु सभ्यता वाले लोगों के नाम से नवाजा। 

इस नदी के किनारे बसे हुए लोगों की एक खासियत थी वह खुद को सिंधु नदी के किनारे बसा हुआ मानते थे और हर जगह हिंदू लिखा करते थे यह देखते हुए उन्होंने यहां के लोगों को हिंदू कहना शुरू किया और वह जमीन जहां हिंदुओं का बसेरा है उसे हिंदुस्तान का नाम दिया। 

यह नाम कई सालों तक चलता रहा जब 16वीं सदी में अंग्रेज पहली बार हमारे देश आए तो उन्हें हिंदुस्तान बोलने में काफी तकलीफ होती थी यह शब्द उनसे कहा नहीं जाता था उन्होंने इस देश के बारे में जानना शुरू किया उन्हें पता चला कि इस देश की स्थापना सिंधु घाटी सभ्यता से हुई है जिस सभ्यता को पश्चिमी देशों में इंडस वैली सिविलाइजेशन के नाम से जाना जाता है। 

तो उन्होंने इंडस की सभ्यता से शुरू होने वाले देश में रहने वाले लोग को इंडियंस कहना शुरू किया। अर्थात अंग्रेजों के बाद से हमारे देश का नाम इंडिया पड़ा और इससे पहले इसे हिंदुस्तान और उससे भी पहले इसे भारत के नाम से जाना चाहता था। यह भी याद रखें कि इसके अलावा भारत के और भी विभिन्न प्रकार के नाम है मगर मुख्य तौर पर हमारे देश को हिंदुस्तान भारत या इंडिया के नाम से ही जाना जाता है। तो अब आप समझ गए होंगे की Bharat ka name india kaise pada

निष्कर्ष

उम्मीद करते है इस लेख में दी गई विस्तार पूर्वक जानकारी को पढ़ने के बाद Bharat ka name india kaise pada इस बात को आप अच्छे से समझ पाए होंगे। अगर इस लेख से आप भारत को इंडिया बनते देख पाए हैं तो इसे अपने मित्रों के साथ साझा करें और अपने विचार हमें कमेंट करके बताना ना भूले।