भारत एक लोकतांत्रिक देश हैं, जिसमे 29 राज्य व 9 केंद्रशासित प्रदेश हैं। जनसंख्या के स्थान पर विश्व का दूसरा सबसे बड़ा देश हैं। भारत की अर्थव्यवस्था प्राचीन काल की तुलना में की जाए तो इसमें काफी सुधार देखने को मिला हैं। कुछ दशकों पूर्व भारत को सोने की चिड़िया के नाम से जाना जाता था। परंतु अंदरूनी फुट के चलते इस खजाने में निरन्तर गिरावट देखने को मिली।

वर्तमान समय मे भारत की अर्थव्यवस्था काफी हद तक सुधार में हैं, व इसको ऊपर लाने के लिए सरकार द्वारा निरन्तर प्रयास किया जा रहा हैं। आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि भारत मे सबसे अमीर राज्य कौन सा हैं। व राज्य की GDP का स्तर किस प्रकार से बढ़ रहा हैं। तो बिना देरी किये शरू करते हैं, आज की इस पोस्ट को जिसमे भारत के सबसे आमिर राज्य के विषय मे पर्याप्त जानकारी दी जाएगी।
भारत विश्व भर मे अपनी योगयिता व महानता के लिए जाना जाता हैं। जिसके चलते इसमे अनेकों धर्मों के लोग निवास करते हैं। गतवर्षो से चली आ रही स्तिथि को मद्देनजर देखते हुए भारत की अर्थव्यवस्था मे काफी सुधार देखने को मिल हैं। परंतु अभी भी साक्षरता क साथ साथ गरीबी रेखा मे जो राज्य आते हैं, उनके संदर्भ मे निरंतर सरकार द्वारा प्रयाश किया जा रहा हैं। इस पोस्ट मे आगे बढ़ने से पहले जानते हैं, कि भारत के कौन कौन से राज्य आमिर राज्यों की सूची मे आते हैं.
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भारत के सबसे आमिर राज्य कौन से हैं?
भारत के सबसे धनी राज्यों मे आने वाले कुल 10 राज्य हैं, जिनकी गणना उनकी GDP के अनुसार की जाती हैं। भारत के सबसे धनी 10 राज्यों के नाम की सूची नीचे दी गई हैं।
- महाराष्ट्र
- तमिलनाडु
- गुजरात
- उत्तरप्रदेश
- कर्नाटक
- पश्चिम बंगाल
- तेलंगाना
- राजस्थान
- मध्यप्रदेश
भारत के सबसे धनी राज्यों की सूची मे महाराष्ट्र का सबसे उच्च स्थान हैं, जिकसी जीडीपी 27.96 लाख करोड़ रुपये हैं। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई हैं, जो एक भारत का सबसे प्रचलित राज्य हैं। समुन्द्रीय तट के निकट विराजित इस राज्य से अनेकों व्यापार को भी दिशा दी जाती हैं। जिसके चलते इसे अन्य राज्यों की तुलना मे सबसे अधिक धनी माना जाता हैं। उसके बाद उत्तरप्रदेश का स्थान आता हैं, जो की ने केवल जनसंख्या के स्थान मे भारत का सबसे बड़ा राज्य व। बल्कि रेट 14.89 लाख करोड़ हैं।
सम्पूर्ण भारत मे होने वाले आयात निर्यात को ध्यान मे रखते हुए व सरकारों नियुक्ति के चलते राज्यों की दिशा दृष्टि को रूपरेखा दी जाती हैं। यही कारण हैं, कि भारत मे आने वाले 29 राज्यों मे से मात्र 9 राज्यों ही सबसे धनी राज्यों मे अंकित किये जाते हैं। ग्रोस डमेस्टिक प्रोडक्ट किसे जीडीपी के नाम से जाना जाता हैं, इसी के आधार पर किसी भी राज्य व देश की अर्थव्यवस्था को कैल्क्यलैट किया जाता हैं।
इसके अलावा तमिलनाडु जैसे राज्य टुरिज़म के कारण भी धनी राज्यों की सूची मे आते हैं। वही उत्तरप्रदेश जैसे बड़े राज्य अपने विशाल फसल जसी गेहू व गन्ने के उत्पादन के चलते धनी राज्यों की सूची मे आते हैं। भारत के प्रत्येक राज्यों की अपनी अपनी भूमिका हैं, जिसके चलते भारत की व्यवस्था को नियंत्रित किया जाता हैं। हालांकि, पुरानी स्तिथि को ध्यान मे रखते हुए वर्तमान समय मे आर्थिक स्तिथि मे काफी सुधार देखने को मिल हैं। आज 10 मे से लगभग 6 परिवारों के पास के स्मार्टफोन व यातायात संसाधन के साधन मोजूद हैं।
इसके अलावा बिहार जैसे राज्य भी भारत मे हैं, जो पुराने समय से लगातार अपनी राज्य की जीडीपी को बढ़ाने का प्रयश कर रहे हैं। कृषि क्षेत्र से लेकर क्षेत्रीय उत्पादन तक हर एक फसल के वार्षिक हिसाब को ध्यान मे रखते हुए यह निर्धारित किया जाता हैं, कि एक राज्य की सालाना आय क्या हैं? व इसका सबसे ज्यादा असर किस चीज से पड़ता हैं। अगर आजादी से पूर्व की बात की जाई तो भारत मे उस समय इतने संसाधन मोजूद नहीं थे व लोगों को आधुकी मेहनत करनी पड़ती थी। परंतु धीरे धीरे निजीकरण व नविनकरण के चलते भारत की आर्थिक स्तिथि मे काफी हद तक सुधार देखने को मिल ओर जिसका परिणाम आज हमारे सामने बड़े बड़े ,मेट्रो रेल व एयरपोर्ट के निर्माण सामने हैं।
आशा करते हैं, आज की इस पोस्ट के माध्यम से आपको भारत के सबसे धनी राज्यों के बारे मे पर्याप्त जानकारी मिली होगी, व भारत का सबसे धनी राज्यों कौन से हैं, इसके विषय मे भी सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त हुई होगी। ऐसी ही पोस्टों को पढ़ने के लिए दिए गए लिंक्स पर क्लिक करके अधिक जानकारी ले सकते हैं।
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